दोस्तों सूर्य को धरती से हमने बहुत बार देखा है और सूर्य हमारी धरती से दिखने वाला सबसे चमकदार पिंड भी है जब सूर्य आसमान में होता है तो चारों तरफ प्रकाश ही प्रकाश हो जाता है लेकिन क्या आपको पता है की यह प्रकाश 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से चलने के बावजूद भी धरती तक पहुंचने में 8 मिनट से ज्यादा का समय लगा देता है ये बात जानने के बाद हमारे मन में एक सवाल आना लाजमी है कि आखिर धरती से सूरज कितनी दूर है? (Prithvi Se Surya Ki Duri) और आज इस ब्लॉग मे हम विस्तार से जनेगे
धरती से सूरज की कितनी दूरी है?- Dharti Se Surya Ki Duri
धरती और सूरज के बीच की औसत दूरी लगभग 93 मीलियन मील (या 150 मिलियन किलोमीटर) है। यह दूरी समय-समय पर बदलती रहती है क्योंकि धरती और सूरज अपनी गोलीय आंतरिक आंध्रभ्रिति का कारण एक दूसरे के चारों ओर घूमते हैं। इसे एक समय में दूरी के रूप में औसत माना जाता है, जिसे एक एसयू (एस्ट्रॉनॉमिकल इकाइयों में) कहा जाता है।
भारत में सबसे पहले सूर्योदय कहाँ होता है?
भारत में सबसे पहले सूर्योदय अरुणाचल प्रदेश राज्य के डोंग वैली में होता है। यहां का समय भारतीय मानक समय (IST) के अनुसार होता है और यहां का समय अन्य स्थानों के मुकाबले थोड़ी देर होता है। अरुणाचल प्रदेश भारत का पूर्वांचल क्षेत्र में स्थित है और इसलिए सूर्य यहां पहले उगता है।
सूर्योदय का अनुभव वहां के प्राकृतिक सौंदर्य को और भी आकर्षक बना देता है, और यहां के ऊर्ध्वाधर (Eastern Himalayas) की खूबसूरत पर्वत श्रृंगों के साथ एक शानदार दृश्य को रूपित करता है।
सौरमंडल के तथ्य
- आपने सही रूप से उज्ज्वलित किया है कि धरती से सूर्य की औसत दूरी 151.40 मिलियन किलोमीटर है।
- पृथ्वी सौरमंडल में एकमात्र जीवित ग्रह है और यह जीवन का एक अद्वितीय स्थान है।
- सूर्य सौरमंडल का सबसे बड़ा पिंड है, जिसका व्यास करीब 13 लाख 90 हज़ार किमी है।
- सूर्य में करीब 109 पृथ्वी जैसे ग्रह समा सकते हैं, जो इसकी अद्वितीय बड़ाई को दर्शाता है।
- सूर्यकिरणों को सूरज से धरती तक पहुंचने में लगते हुए 8 मिनट से अधिक का समय होता है, जो हमारे दिन की शुरुआत को सूर्योदय के रूप में अनुभव कराता है।
- सूर्य सौरमंडल का केंद्र है और इसका आकार पृथ्वी से लगभग 109 गुणा बड़ा है. सूर्य प्रकाश का स्रोत है और इसमें हाइड्रोजन और हेलियम जैसे धातुओं का संग्रहण होता है I
- सूर्य दुनिया पर जीवन को संजीवनी शक्ति प्रदान करता है, क्योंकि यह सौर ऊर्जा का स्रोत है. सूर्य से आने वाली ऊर्जा को सौर ऊर्जा कहा जाता है और इसे बिजली उत्पन्न करने, उष्माग्री बनाने, और अन्य उपयोगों के लिए सुनना जा सकता है I
- सूर्य के चारों ओर एक बड़ा गैसीय हल्का होता है जिसे सौरमंडल कहा जाता है. इसमें सूर्य, ग्रह, उपग्रह, तारा, और अन्य सौर आकार धारित वस्तुएं शामिल हैं I
- सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण विशेष गतिविधियाँ हैं जब चंद्रमा या पृथ्वी सूर्य की रोशनी को पूरी तरह से या हिस्से में ढक लेते हैं I
10. सूर्य की उपस्थिति और उसकी दूरी ध्रुवीय तथा केंद्रीय दिशा को सीधे रूप से हमारे जीवन पर प्रभाव डालती है. यह जल, वायु, और भूमि के तत्वों को बनाए रखने में मदद करता है I
पृथ्वी से सूर्य की दूरी सम्बंधित प्रश्न
पृथ्वी से सूर्य की दूरी (Prithvi Se Surya Ki Duri) करीब 14,92,00,000 जिसको हिंदी में चौदह करोड़ ब्यानवे लाख किलोमीटर भी कहा जा सकता है।
सूर्य के प्रकाश को धरती तक पहुंचने के लिए 8 मिनट 16.6 सेकंड जितना अधिक समय लगता है।
सूर्य का व्यास 13 लाख 90 हजार कि.मी. है।
सूर्य धरती से आकार में करीब 109 गुना बड़ा है।
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