हैलो दोस्तों, आज आप सभी का इस ब्लॉग में स्वागत है, तो आइये आज आप सभी को हम बताने जा रहे है की भारत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है? दोस्तों आपको बता दे कि भारत सिर्फ अपनी संस्कृति और भाषाओ के लिए दुनियाभर में प्रचलित नहीं है, बल्कि वो अपने प्राकृतिक भूभाग, पहाड़ियों, नदियों, घाटियों और वनस्पतियों से भी पूरे विश्व में पहचाना जाता है देश के कोने-कोने में खूबसूरती का एक नया खजाना है भारत क्या आप यह जानते हैं कि भारत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?, जिनकी ऊंचाई हजारों मीटर से भी ज्यादा है? तो दोस्तों चलिए अब जानते है की भारत की सबसे ऊंची चोटी कोन सी है।
भारत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?(Bharat Ki Sabse Unchi Parvat Kaun Si Hai)
भारत की सबसे ऊंची चोटी का नाम, कंचनजंगा है I यह चोटी सिक्किम के उत्तर पश्चिम भाग में नेपाल और भारत की सीमा पर स्थित है I और यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी चोटी है I और ये 8586 मीटर यानी 28,169 फीट की ऊंचाई वाली ये चोटी माउंट एवरेस्ट से सिर्फ 262 मीटर कम है और बौद्ध धर्म में इसका बहुत धार्मिक महत्व होता है I पवित्र मानी जाने वाली इस पर्वत पर कभी कोई खड़ा नहीं हुआ चोग्याल (सिक्किम साम्राज्य के पूर्व शासकों) से किए गए वादे का सम्मान करने के लिए पर्वतारोही शिखर पर रुकते हैं, ताकि पर्वत शिखर बरकरार रहे इस चोटी पर सबसे पहले 25 मई 1955 में दो ब्रिटिश लोग ब्राउन और जॉर्ज बैंड चढ़ाई किया था यह स्थान साहस रखने वालों और ट्रेकर्स के लिए एक उपयुक्त जगह है I
कंचनजंगा कहाँ स्थित है? – Kanchenjunga Kaha Sthit Hai
कंचनजंगा पर्वत शृंग नेपाल और भारत की सीमा पर स्थित है। इसका शीर्ष भारतीय राज्य सिक्किम में है, जबकि इसका पश्चिमी हिस्सा भारतीय राज्य सिक्किम में स्थित है और पूर्वी हिस्सा नेपाल में है। कंचनजंगा ग्रेट हिमालय पर स्थित होने के कारण से, वहां पर कई जानवरों का घर भी है। कंचनजंगा दुनिया के तीन सबसे ऊचे पर्वत शिखरों में से एक है और इसकी ऊचाई लगभग 8,586 मीटर (28,169 फीट) है।
कंचनजंगा के बारे में कुछ जानकारी-
स्थान: कंचनजंगा नेपाल और भारत के सीमा क्षेत्र में स्थित है, और इसका पश्चिमी हिस्सा भारतीय राज्य सिक्किम में है।
चार शिखर: कंचनजंगा का शीर्ष चार मुख्य शिखरों से मिलकर बना है, जिनमें से दो नेपाल में हैं (कंचनजंगा मेन) और दो भारत में (कंचनजंगा वेस्ट)।
अर्थ और नामकरण: “कंचनजंगा” शब्द तिब्बती भाषा से आया है, जिसका अर्थ है “पांच रत्न” या “स्वर्णबेला”।
बौद्ध तीर्थ स्थल: कंचनजंगा क्षेत्र बौद्ध धर्म के एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में माना जाता है, और यहां कई बौद्ध मंदिर और तीर्थ स्थल हैं।
यात्रा: कंचनजंगा पर्वत शृंग पर पहुंचना एक कठिन और चुनौतीपूर्ण यात्रा है और यह अनेक वर्षों तक यात्रीगण को आकर्षित करता है। यहां पर्वतारोही अपनी साहसिकता और शक्ति का प्रदर्शन करते हैं।
वन्यजीवन: कंचनजंगा क्षेत्र विविध वन्यजीवन का घर है, जिसमें बारहसिंगा, हिमालयन तहसील, और अन्य स्थानीय प्रजातियां शामिल हैं।
भारत की 10 सबसे ऊंची पर्वत चोटियों की सूची
यहां भारत की 10 सबसे ऊंची पर्वत चोटियों के नाम और उनकी ऊचाईयां दी गई हैं:
संख्या | पर्वत चोटी का नाम (घटते क्रम में) | ऊंचाई (मीटर) |
1. | कंचनजंगा चोटी | 8586 मीटर |
2. | नंदा देवी शिखर | 7816 मीटर |
3. | कामेट चोटी | 7756 मीटर |
4. | साल्टोरो कांगड़ी चोटी | 7742 मीटर |
5. | सासेर कांगड़ी चोटी | 7,672 मीटर |
6. | मामोस्तोंग कांगड़ी चोटी | 7516 मीटर |
7. | रिमो पीक | 7385 मीटर |
8. | हार्डोल पीक | 7151 मीटर |
9. | चौकम्बा चोटी | 7138 मीटर |
10. | त्रिशूल शिखर | 7120 मीटर |
भारत की शीर्ष 5 सबसे ऊंची चोटियां
1.कंचनजंगा चोटी
कंचनजंगा चोटी, जिसे “सिक्किम” राज्य में स्थित है, भारत का सबसे ऊचा पर्वत है। इसकी ऊचाई लगभग 8,586 मीटर (28,169 फुट) है, और यह हिमालय की शृंगाला में स्थित है। कंचनजंगा का नाम तिब्बती शब्द “कांचेंजङ्घा” से आया है, जिसका अर्थ होता है “पुरे की गोद” या “शुद्धता का सिर”।
2.नंदा देवी शिखर
नंदा देवी शिखर, जिसे अक्सर सिर्फ “नंदा देवी” भी कहा जाता है, भारत का एक प्रमुख पर्वत है जो हिमालय की पश्चिमी शिखर स्थल में स्थित है। इसकी ऊचाई लगभग 7,816 मीटर (25,643 फीट) है। नंदा देवी शिखर, गर्हवाल हिमालय की प्रमुख श्रृंगला में स्थित है और यह भारतीय राज्य उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में है।
नंदा देवी का नाम हिन्दू सनातन धर्म में माता पार्वती के एक नाम पर आधारित है, जिन्हें “नंदा देवी” कहा जाता है। यह पर्वत एक आदर्श पर्वतारोही गोलियाथ है और इसे चढ़ाई के शौकीनों के लिए एक महत्वपूर्ण लक्ष्य माना जाता है।
3.कामेट चोटी
कामेत पर्वत (तिब्बती:कांग्मेद), भारत के उत्तराखण्ड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में नन्दा देवी पर्वत के बाद सबसे ऊँचा चोटी शिखर है। यह 7756 -मीटर (25,446 फुट) ऊँचा है। यह उत्तराखण्ड राज्य के चमोली ज़िले में तिब्बत की सीमा के निकट स्थित है।
4.साल्टोरो कांगड़ी चोटी
साल्टोरो कांगड़ी चोटी, काराकोरम की एक उप-श्रृंखला, साल्टोरो पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी है। साल्टोरो पर्वत काराकोरम के केंद्र में स्थित है और दुनिया कि सबसे लंबे ग्लेशियर यानि सियाचिन ग्लेशियर के बहुत करीब है।
5.सासेर कांगड़ी चोटी
सासेर कांगड़ी चोटी पांच राजसी पर्वत चोटियों का एक समूह है। यह 7,672 मीटर (25,171 फीट) की ऊंचाई के साथ सभी पांच में सबसे ऊंची पर्वत चोटी है और दुनिया में 35वें स्थान पर आता है।
Conclusion
यह स्पष्ट है कि भारत की प्राकृतिक सौंदर्य और ऊचे पर्वत शिखरों का समृद्धि से भरा हुआ है। कंचनजंगा की सबसे ऊची चोटी, जो सिक्किम और नेपाल में स्थित है, एक महत्वपूर्ण धार्मिक और प्राकृतिक स्थल है जो दुनिया भर में पर्वतारोहण और यात्रा प्रेमियों को आकर्षित करता है। भारत के और भी पर्वत शिखरों की सूची भी यह दिखाती है कि देश में प्राकृतिक सौंदर्य का अधिकांश समर्थन होता है, जिससे यह विश्व के पर्वतारोहण समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बनता है। इस प्रकार, भारतीय पर्वत शिखरों की ऊचाईयों से संतुष्टि मिलती है और वे देश की ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहर का हिस्सा बनते हैं।
भारत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है? – FAQ’s
भारत की सबसे ऊंची पर्वत चोटी का नाम कंचनजंगा है ।
इसकी ऊचाई लगभग 8,586 मीटर (28,169 फुट) है I
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