दोस्तों क्या आप जानते है की भारत की सबसे लंबी नदी कौनसी है? (bharat ki sabse lambi nadi) और नदियों के क्या क्या नाम है अगर नही जानते हो तो आजकी इस ब्लॉग में हम आपको बतायेगे I दोस्तों भारत एक बहुत ही बड़ा देश हैं और भारत में कई महत्वपूर्ण नदियाँ हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों से बहकर समुद्रों में मिलती हैं।
जहाँ पर बहुत सी लम्बी नदियां बहती है। आपको बता दे की भारत में करीब 200 लंबी नदियां बहती हैं। यह ही कारण है की भारत को नदियों की भूमि भी कहा जाता है। भारत (India) देश में नदियों को बहुत पवित्र माना जाता हैं। भारत में दो प्रकार की नदियां बहती है
एक जो हिमालय से निकलने वाली नदियां और दूसरी वो जो प्रायद्वीप से निकलती है आपको बता दे की जो नदियां हिमालय से निकलती है वह नदियां काफी लम्बी नदि होती हैं।
भारत की 10 सबसे लंबी नदी कौन सी है? (Bharat Ki 10 Sabse Lambi Nadi Kaun Si Hai)
नदियों के नाम | नदियों की लम्बाई | नदियों का उद्गम स्थान | नदियों का मुहाना |
गंगा | 2525 किमी. | गोमुख हिमानी, गंगोत्री | बंगाल की खाड़ी |
गोदावरी | 1465 किमी. | नासिक, महाराष्ट्र | बंगाल की खाड़ी |
यमुना | 1375 किमी. | बंदरपूंछ, यमुनोत्री | प्रयागराज, गंगा नदी |
नर्मदा | 1312 किमी. | विंध्याचल पर्वत, अमरकंटक | खंभात की खाड़ी |
कृष्णा | 1288 किमी. | महाबलेश्वर, पश्चिमी घाट | बंगाल की खाड़ी |
सिंधु | 1114 किमी. | मानसरोवर झील, तिब्बत | अरब सागर |
ब्रह्मपुत्र | 916 किमी. | मानसरोवर झील, तिब्बत | बंगाल की खाड़ी |
महानदी | 815 किमी. | रायपुर, छत्तीसगढ़ | बंगाल की खाड़ी |
कावेरी | 800 किमी. | कुर्ग जिला, कर्नाटक | बंगाल की खाड़ी |
ताप्ती | 724 किमी. | बैतूल जिला, मध्य प्रदेश | खंभात की खाड़ी |
यह है (bharat ki sabse lambi nadi) का नाम और यह एक सारगर्भित सूची है और यहां दी गई लंबाई अनुमान है, जो विभिन्न स्रोतों और उपनदियों के साथ बदल सकती है।
भारत की सबसे लंबी नदियों के नाम
तो चलिए अब विस्तार से जानते है कि भारत कि सबसे लम्बी नदी
1. गंगा नदी (Ganga River)
भारत की सबसे लम्बी नदी का नाम हैं गंगा नदी है I और ये भारतीय सभ्यता में गंगा नदी को पवित्र माना जाता है, और यह नहीं सिर्फ भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे बड़ी नदी है, बल्कि यह भारत की सबसे लंबी नदी भी है। गंगा नदी का महत्व भारतीय सांस्कृतिक, धार्मिक, और सामाजिक परंपराओं में गहरा है, और इसे गंगा माता के नाम से पुकारा जाता है।
गंगा नदी का स्रोत:
गंगा नदी का स्रोत यामनोत्री हिमालय की पहाड़ियों में है, जो उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यहां से गंगा नदी का सफर लगभग 2,525 किलोमीटर का है, और इसमें कई छोटी और बड़ी नदियां शामिल हैं जैसे कि भागीरथी, यमुना, सोन, गंगा, और ब्रह्मपुत्र।
गंगा नदी का महत्व:
- धार्मिक महत्व: गंगा नदी को हिन्दू धर्म में पवित्र माना जाता है। मिथिला से लेकर गंगासागर तक कई पवित्र स्थल हैं जो लोग धार्मिक यात्राओं के लिए प्राप्त करते हैं।
- सांस्कृतिक एवं सामाजिक संबंध: गंगा नदी के किनारे बसे शहरों में विकसित हुई सांस्कृतिक और आर्थिक गतिविधियों के कारण इसका महत्व बढ़ता चला गया है।
- प्राकृतिक सौंदर्य: गंगा नदी का अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य भी भ्रमणकारियों को आकर्षित करता है। हरिद्वार, रिषिकेश, वाराणसी, पटना, इलाहाबाद, और कोलकाता जैसे शहर गंगा के किनारे स्थित हैं और इनमें विभिन्न प्राचीन मंदिर और घाट हैं।
गंगा नदी के प्रमुख घाट:
- हरिद्वार: इस शहर में स्थित हर कुम्भ मेला का आयोजन हर बार लाखों श्रद्धालुओं को खींचता है।
- वाराणसी (काशी): गंगा के इस पवित्र शहर में लोग आराती देखने और गंगा स्नान करने के लिए आते हैं।
- प्रयाग (इलाहाबाद): यहां गंगा, यमुना, और सरस्वती नदियां मिलती हैं, जिसे संगम कहा जाता है। प्रयाग कुम्भ मेला यहां होता है जो महत्वपूर्ण सामाजिक और धार्मिक घटना है।
गंगा नदी की सफाई:
गंगा नदी को साफ और स्वच्छ बनाए रखने के लिए भारत सरकार ने ‘नमामि गंगे’ अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने, घातक इलाजों को रोकने, और जल संसाधन को सुरक्षित करने का मुद्दा लेकर काम कर रहा है।
2. गोदावरी नदी (Godavari River)
गोदावरी नदी भी भारत की सबसे बड़ी नदियों में से एक हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में बसी गोदावरी नदी, दक्षिण भारत की सबसे बड़ी नदी है। इसका स्रोत त्रियंबकेश्वर, महाराष्ट्र में है और यह बाय of Bengal में मिलती है। गोदावरी को “दक्षिण भारतीय गंगा” कहा जाता है और इसे भारतीय सांस्कृतिक में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
पौराणिक महत्व:
गोदावरी नदी को हिन्दू धर्म में पवित्रता से जोड़ा गया है। भगवान विष्णु के एक अवतार, श्रीराम, ने इसी के किनारे पर अपना वनवास गुजारा था। इसके तट पर स्थित त्रियंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग को भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
लम्बाई और स्थान:
गोदावरी नदी की कुल लम्बाई लगभग 1,465 किलोमीटर है, जो इसे भारत की सबसे लंबी नदीयों में से एक बनाती है। यह पंडरपूर, नासिक, रामेश्वरम, और कोणार्ड के नगरों से होकर बहकर, गोदावरी जिले, आंध्र प्रदेश में बंगाल की खाड़ी में मिलती है।
3. यमुना नदी (Yamuna River)
यमुना नदी भी भारत की सबसे बड़ी नदियों में से एक हैं। यमुना नदी करीब 1375 किलोमीटर लम्बी मानी जाती है।यमुना नदी, भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक महत्वपूर्ण नदी है और इसे हिन्दी कविताओं, संस्कृति, और धर्म के साथ जोड़ा गया है। यमुना, गंगा और ब्रह्मपुत्र के साथ मिलकर भारत की तीन प्रमुख नदियों में से एक है।
स्रोत और यात्रा:
यमुना नदी का स्रोत यमुनोत्री हिमालय की यमुनोत्री पहाड़ियों में है। यहां से यमुना नदी भारतीय उपमहाद्वीप के मध्य से होकर दक्षिण की ओर बहती है और फिर गंगा के साथ मिलकर सागर में गिरती है।
यमुना के प्रमुख नगर:
दिल्ली: यमुना नदी दिल्ली को बाँटकर दो भागों में होकर बहती है, जिससे यह नदी दिल्ली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनती है। दिल्ली के कई घाट यमुना के किनारे स्थित हैं जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं।
आगरा: यमुना के तट पर स्थित आगरा, ताजमहल के लिए प्रसिद्ध है।
यमुना का महत्व:
धार्मिक महत्व: यमुना नदी हिन्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है और कई पौराणिक कथाएं इसे मानवीय और धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बनाती हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य: यमुना नदी के किनारे प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए यहां कई पार्क्स और वन्यजीव अभयारण्य हैं।
संरक्षण और साफ-सुथरी:
यमुना नदी को साफ और सुरक्षित बनाए रखने के लिए भारत सरकार ने विभिन्न योजनाएं चलाई हैं। ‘नमामि यमुना’ अभियान जैसी पहलें कदम उठाए जा रहे हैं ताकि यह नदी बुराईयों से मुक्त होकर प्राकृतिक रूप से सुंदर रहे।
4. नर्मदा नदी (Narmada River)
नर्मदा नदी भी भारत की सबसे बड़ी नदियों में से एक हैं।, नर्मदा नदी करीब 1312 किलोमीटर लंबी है। नर्मदा नदी, भारत की चौथी सबसे बड़ी नदी है और इसे “नर्मदा माता” के नाम से पुकारा जाता है। इसका स्रोत अमरकंटक पर्वत, मध्य प्रदेश में है, और यह बड़ी खाड़ी में मिलती है।
नर्मदा का प्रमुख यात्रा:
नर्मदा नदी का स्रोत अमरकंटक पर्वत है, जिसे देवों की निवास स्थल माना जाता है। यहां से नर्मदा नदी दक्षिण की ओर बहकर, गुजरात में समाप्त होती है। नर्मदा पर्वतीय क्षेत्रों, वन्यजीव अभयारण्यों, और धार्मिक स्थलों के करीब बहती है जो इसे पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बनाते हैं।
प्रमुख नगर:
ओमकारेश्वर: यह नगर नर्मदा के किनारे स्थित है और इसमें ओमकारेश्वर ज्योतिर्लिंग है, जो यहां के धार्मिक महत्व को बढ़ाता है।
महेश्वर: नर्मदा के तट पर स्थित महेश्वर एक और महत्वपूर्ण नगर है जिसमें महेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व:
नर्मदा नदी को हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। कई धार्मिक स्थल इसी के किनारे स्थित हैं जैसे कि महेश्वर, ओमकारेश्वर, अमरकंटक, और माथा माई के मंदिर।
5. कृष्णा नदी (Krishna River)
कृष्णा नदी भी भारत की सबसे बड़ी नदियों में से एक हैं। सिंधु नदी करीब 1114 किलोमीटर तक लम्बी हैं कृष्णा नदी, भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक महत्वपूर्ण नदी है और इसे भारतीय सांस्कृतिक के साथ जोड़ा गया है। यह दक्षिण भारतीय नदियों में से एक है और इसका स्रोत महाबलेश्वर, महाराष्ट्र में है। कृष्णा नदी तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, और कर्नाटक के माध्यम से बहती है और फिर बंगाल की खाड़ी में मिलती है।
स्रोत और यात्रा:
कृष्णा नदी का स्रोत महाबलेश्वर, महाराष्ट्र में है, जिसे भगवान कृष्णा की रासलीला के स्थान के रूप में जाना जाता है। जो यह नदी दक्षिणी दिशा में बहती है और बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
प्रमुख नगर:
विजयवाड़ा: कृष्णा नदी के किनारे स्थित विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश का एक महत्वपूर्ण नगर है। यहां कई घाट, मंदिर, और धार्मिक स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
महबूबनगर: तेलंगाना के इस नगर भी कृष्णा नदी के किनारे स्थित है और यह एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है।
रासलीला और धार्मिक महत्व:
कृष्णा नदी का स्थान भगवान कृष्णा के जीवन के विभिन्न पहलुओं के लिए महत्वपूर्ण है। यहां रासलीला के स्थलों और कृष्णा के मंदिरों का समृद्धि है जो धार्मिक परंपराओं को दर्शाती हैं।
नदी का संरक्षण:
कृष्णा नदी को सुरक्षित रखने के लिए भारत सरकार और संबंधित राज्य सरकारें विभिन्न योजनाएं चला रही हैं। इसका प्रबंधन और संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए नदी के किनारे स्थित नगरों में साफ पानी प्रोजेक्ट्स भी लागू किए जा रहे हैं।
6. सिंधु नदी (Indus River)
सिंधु नदी भी भारत की सबसे लंबी नदियों में से ही एक हैं। सिंधु नदी करीब 1114 किलोमीटर तक लम्बी हैं। सिंधु नदी, भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक प्रमुख नदी है और इसका स्रोत तिब्बत की मानसरोवर झील से होकर, हिमाचल प्रदेश में है। इस नदी का पूरा पैथलांग लगभग 2,900 किलोमीटर है, जिसमें यह सिंधुसागर में गिरती है। सिंधु नदी भारत की पवित्र नदियों में से एक है और इसे “सिन्धु माता” के नाम से भी जाना जाता है।
स्रोत और यात्रा:
सिंधु नदी का स्रोत मानसरोवर झील के करीब है, जिसे यह तिब्बत में अपनी शुरुआत लेती है। इसका पूरा पैथलांग भारतीय राज्यों, जैसे कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, सिंध, पंजाब, और गुजरात, के माध्यम से बहकर, सिंधुसागर में मिलती है।
सिंधु सभी नगर:
लेह: सिंधु नदी के कुछ प्रमुख शाखाएं लगभग लेह के नगर में हैं, जो लदाख क्षेत्र के महत्वपूर्ण नगर में से एक है।
अमृतसर: सिंधु नदी की कुछ शाखाएं अमृतसर, पंजाब के इस प्रमुख शहर के नजदीक बहती हैं।
इतिहास और सांस्कृतिक महत्व:
सिंधु नदी का इतिहास भारतीय सांस्कृतिक और इतिहास में गहरा रूप से बढ़ावा देता है। हजारों वर्षों से पहले, सिंधु सभ्यता इस नदी के किनारे विकसित हुई थी, जो भारत की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक थी।
7. ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra River)
ब्रह्मपुत्र नदी भी भारत की सबसे लंबी नदियों में से ही एक हैं। और ब्रह्मपुत्र नदी करीब 916 किलोमीटर लंबी हैं ब्रह्मपुत्र नदी, भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक प्रमुख नदी है जो इसके स्रोत स्थल तिब्बत से होकर, बांग्लादेश में मिलती है। जो इसे भारतीय नदियों में सबसे लंबी नदी बनाता है।
स्रोत और यात्रा:
ब्रह्मपुत्र नदी का स्रोत तिब्बत की मानसरोवर झील है, जिसे यह पहले नाम में लेती है। इसका पूरा पैथलांग भारत, तिब्बत, और बांग्लादेश के माध्यम से बहकर, ब्रह्मपुत्र डेल्टा में गिरती है और बांग्लादेश के साथ मिलती है।
प्रमुख नगर:
गुवाहाटी: ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे स्थित गुवाहाटी, असम का राजधानी और प्रमुख नगर है। यह नगर नदी के किनारे विशेष प्राकृतिक सौंदर्य के साथ एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है।
दिब्रुगढ़: यह असम का एक और महत्वपूर्ण नगर है, जो ब्रह्मपुत्र के किनारे स्थित है और इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है।
8. महानदी (Mahanadi)
महानदी नदी भी भारत की सबसे लंबी नदियों में से ही एक हैं। महानदी की लम्बाई करीब 815 किलोमीटर तक है। महानदी, भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक प्रमुख नदी है जो भारत के पूर्वी भागों में बहती है। इसका स्रोत छत्तीसगढ़ राज्य के सिरीगुरा जिले में है और यह बंगाल की खाड़ी में मिलती है। महानदी नदी अपने पूरे पैथलांग में विभिन्न राज्यों के माध्यम से बहकर, बयाद के निकट महानदी डेल्टा में गिरती है।
स्रोत और यात्रा:
महानदी नदी का स्रोत छत्तीसगढ़ राज्य के समीप धमतरीजिले में है, जिसे इसने “सीहवाहिनी” कहा जाता है। जो इसे भारतीय नदियों में सबसे लंबी 25 नदियों में से एक बनाता है।
प्रमुख नगर:
रायपुर: रायपुर, छत्तीसगढ़ की राजधानी, महानदी के किनारे स्थित है और यह एक महत्वपूर्ण नगर है जो नदी के संरक्षण और प्रबंधन में सक्रिय रूप से शामिल है।
कटक: महानदी के मुख के पास स्थित कटक, ओडिशा का एक प्रमुख नगर है और नदी के डेल्टा के प्रबंधन में भी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
9. कावेरी नदी (Kaveri River)
भारत की सबसे लंबी नदियों में से एक है कावेरी नदी करीब 800 किलोमीटर तक लम्बी है I कावेरी नदी, भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक प्रमुख नदी है जो दक्षिण भारतीय राज्यों के माध्यम से बहकर, बंगाल की खाड़ी में मिलती है। इसका स्रोत तिब्बत के कुरेंग स्थल से होकर, यह कर्नाटक और तामिलनाडु के माध्यम से बहती है और फिर समुद्र में गिरती है।
स्रोत और यात्रा:
कावेरी नदी का स्रोत तिब्बत के कुरेंग स्थल में है, जिसे इसे “तलेकावेरी” भी कहा जाता है। इसका पूरा पैथलांग लगभग 800 किलोमीटर है, जो इसे भारतीय नदियों में महत्वपूर्ण बनाता है।
प्रमुख नगर:
मैसूर: कावेरी नदी के किनारे स्थित मैसूर, कर्नाटक का एक प्रमुख नगर है और यह नगर नदी के संरक्षण और प्रबंधन में सक्रिय भूमिका निभाता है।
तिरुचिराप्पल्ली: तामिलनाडु में स्थित तिरुचिराप्पल्ली भी कावेरी के किनारे स्थित है और इसका महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है।
कावेरी की आपूर्ति:
कृषि में उपयोग: कावेरी नदी का पानी कर्नाटक, तामिलनाडु और पुडुचेरी में कृषि के लिए उपयोग होता है। इसका पानी विभिन्न खेतों को सिंचाई के लिए प्रदान करता है और इसे ‘दक्षिण की गंगा’ भी कहा जाता है।
ऊर्जा संयंत्रों का समर्थन: कावेरी नदी का जल विभिन्न हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजनाओं के लिए उपयोग होता है जो ऊर्जा संयंत्रों को संचालित करने में मदद करते हैं।
10. ताप्ती नदी (Tapti River)
ताप्ती नदी भी भारत की सबसे लंबी नदियों में से एक है। यह नदी करीब 724 किलोमीटर तक लम्बी हैं। ताप्ती नदी, भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक महत्वपूर्ण नदी है जो सतपुड़ा पर्वत श्रृंग से निकलती है और पश्चिमी दिशा में बहकर अरब सागर में मिलती है। इसका स्रोत त्रियंबकेश्वर, मध्यकैडी जिले, महाराष्ट्र से है
स्रोत और यात्रा:
ताप्ती नदी का स्रोत सतपुड़ा पर्वत श्रृंग से है, जिसे इसे “ताप्त केशवर” भी कहा जाता है। यह पश्चिमी दिशा में बहती है, गुजरात और महाराष्ट्र के कई जिलों को छूती है, और फिर अरब सागर में गिरती है।
प्रमुख नगर:
सुरत: ताप्ती नदी के किनारे स्थित सुरत, गुजरात का एक प्रमुख नगर है जो व्यापार, उद्योग, और कला-संस्कृति का केंद्र है।
बुरहानपुर: ताप्ती नदी के किनारे स्थित बुरहानपुर, मध्य प्रदेश का एक ऐतिहासिक नगर है जो मुघलकाल में महत्वपूर्ण था।
ताप्ती नदी का महत्व:
कृषि में उपयोग: ताप्ती नदी का पानी गुजरात और महाराष्ट्र के कृषि क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इसका पानी चावल, गेहूँ, और कई और फसलों के लिए इस्तेमाल होता है।
हाइड्रोपावर परियोजनाएं: ताप्ती नदी के किनारे कई हाइड्रोपावर परियोजनाएं स्थित हैं जो ऊर्जा उत्पन्न करने में मदद करती हैं।
निष्कर्ष
तो दोस्तों इस ब्लॉग में हमने जाना कि भारत की सबसे लम्बी नदी कोन कोन सी है तो ऐसे ही जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहे, आशा है ये ब्लॉग आपको पसंद आया होगा I
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